जब दोस्ती के आगे झुका ओलिंपिक, दो तुकड़ों में ओलिंपिक मेडल को काटकर बनाया ‘द फ्रेंडशिप मेडल’
ओलिंपिक खेलों की प्रतिस्पर्धा का स्तर दुनिया की बाकी प्रतियोगिताओं से कहीं ऊपर है. खिलाड़ी एक-दूसरे को पीछे छोड़ने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार होते हैं. ऐसे में कई बार हार-जीत का फैसला बेहद करीबी होता है, तो कई बार मुकाबला टाई भी हो जाता है. टाई की स्थिति में खिलाड़ियों के बीच मेडल पर अपना हक जमाने को लेकर तनावपूर्ण माहौल बन जाता है. लेकिन, कई मौकों पर खिलाड़ी खेल से ऊपर उठकर दोस्ती की मिसालें कायम कर देते हैं. यह कहानी भी जापान के ऐसे ही दो पोल वॉल्टर्स शुहॅई निशिडा और सुई ऑ की है, जिन्होंने अपनी दोस्ती के आगे ओलिंपिक को भी झुकने पर मजबूर कर दिया.