महिला प्रीमियर लीग के दूसरे संस्करण का पहला मैच इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। आखिरी गेंद पर मुंबई को जीत के लिए 5 रन चाहिए थे, ऐसे में युवा बल्लेबाज एस सजना ने एलिस कैप्सी की गेंद को दर्शक दीर्घा में पहुंचा दिया और मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 4 विकेटों से मात देकर अपने सफर की विजयी शुरुआत की। सजना इसी के साथ महिला क्रिकेट में अपनी पहली और टीम की पारी की आखिरी गेंद पर छक्का मारकर जीत दिलाने वाली पहली क्रिकेटर बन गई हैं।
दिल्ली ने बनाए 171 रन
सीजन के पहले मैच में मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर दिल्ली कैपिटल्स को बल्लेबाजी का न्योता दिया। सलामी बल्लेबाज सफाली वर्मा संघर्ष करती दिखी और 8 गेंदों में महज 1 रन बनकर शबनम इस्माइल की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गईं। इसके बाद कप्तान मेग लैनिंग और तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने आई एलिस कैप्सी ने पारी को संभाला। लैनिंग ने 3 चौको और 1 छक्के की मदद से 25 गेंदों में 31 रन बनाए। स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स ने कैप्सी के साथ मिलकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। कैप्सी ने 53 गेंदों में शानदार 75 रनों की पारी खेली जिनमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल थे, तो वहीं जेमिमा ने भी 175 के धुआंधार स्ट्राइक रेट के साथ 42 रनों की पारी खेली जिसमें 5 चौके और 2 छक्के शामिल थे। दिल्ली ने अपने 20 ओवरों में 5 विकेटों के नुकसान पर 171 रन बनाए। मुंबई की ओर से नैट- सीवर ब्रंट और अमिलिया कर ने 2-2 विकेट लिए।
यास्तिका-कौर ने दिखाया दम
172 रनों के जवाब में मुंबई इंडियंस को पारी की दूसरी ही गेंद पर स्टार बल्लेबाज हेली मैथ्यूज के रूप में पहला झटका लगा। मैथ्यूज मरीजान कप्प की गेंद का शिकार बनीं। हालांकि इसके बाद यास्तिका और ब्रंट की जोड़ी ने रन गति धीमी नहीं होने दी और पावरप्ले में टीम के स्कोर को 50 रनों तक पहुंचा दिया। पावरप्ले के बाद सातवें ओवर की पहली गेंद पर 19 रनों के निजी स्कोर पर ब्रंट पवेलियन लौट गईं। विकेटकीपर बल्लेबाज यास्तिका ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ जिम्मा उठाया और चौके- छकों की बरसात कर दी। यास्तिका ने 8 चौकों और 2 छक्कों के दम पर 45 गेंदों पर 57 रनों की पारी खेली। अमिलिया कर ने भी कप्तान का बखूबी साथ दिया और 18 गेंदों में 24 रनों की बदौलत टीम को मैच में जीवित रखा। कौर ने एक छोर से ताबड़तोड़ बल्लेबाजी जारी रखी और 34 गेंदों में 7 चौके और 1 छक्के की मदद से आक्रामक 55 रन बनाए।
हालांकि टीम को अभी जीत नहीं मिली थी। आखिरी ओवर में मुंबई को 12 रनों की दरकार थी। गेंद एलिस कैप्सी के हाथ में थी। पहली ही गेंद पर पूजा वस्त्रकर अपना विकेट गंवा बैठी। अमनजोत कौर और हरमाप्रीत कौर ने अगली 3 गेंदों पर 7 रन जोड़े लेकिन पांचवी गेंद पर छक्का मारने के प्रयास में हरमन कैप्सी का शिकार हो गई। अब पूरी जिम्मेदारी एस सजना के ऊपर थी जो इस टूर्नामेंट में अपना डेब्यू कर रही थीं। सजना ने टीम को निराश नहीं किया और कैप्सी की फ्लाइटेड गेंद को लॉन्ग-ऑफ के ऊपर से छह रनों के लिए सीमा रेखा से बाहर पहुंचा दिया।
अपनी शानदार पारी के लिए हरमनप्रीत कौर को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
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