जब बांग्लादेश ने अटकाई थी भारत की सांसें, तो श्रीलंका ने केन्या को थमाई थी सबसे बड़ी हार, टी-20 विश्व कप के सबसे रोमांचक मुकाबलों पर एक नजर

टी-20 विश्व कप 2024 को शुरु होने में अब 2 हफ्तों से भी कम का समय बचा है, ऐसे में टीमें अपनी तैयारियों को अंतिम रुप देने में जुट गईं हैं. इस विश्व कप में भाग ले रही 20 टीमों को 5-5 टीमों के 4 ग्रुप में बांटा गया है. 2007 में शुरु हुए इस टूर्नामेंट में कई मौकों पर टीमों ने कहर बरपाते हुए विरोधियों को नेस्तनाबूत किया है, तो कई मौकों पर टीमों ने हार के मुंह से जीत के स्वाद को चखा है. आइए, टी-20 विश्व कप की सबसे बड़ी जीत और सबसे करीबी हार पर एक नजर डालते हैं.

जब श्रीलंकाई तूफान में उड़ी थी केन्या

टी-20 विश्व कप के इतिहास में रनों के हिसाब से सबसे बड़ी जीत का श्रेय श्रीलंका को जाता है. टूर्नामेंट के पहले ही संस्करण (2007) में 14 सितंबर को सितारों से सजी श्रीलंकाई टीम ने केन्या को 172 रनों के विशाल अंतर से हरा कर ऐसा रिकॉर्ड कायम किया, जो आज तक कोई तोड़ नहीं सका है. दक्षिण अफ्रीका के वांडरर्स स्टेडियम में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 260 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. मैन ऑप दी मैच सनथ जयसूर्या ने 44 गेंदों में 88 रनों की तूफानी पारी खेली, तो महेला जयवर्धने ने भी मात्र 27 गेंदों में 65 रनों की पारी खेली. जेहान मुबारक की 13 गेंदों में 46 रनों की आतिशी पारी ने केन्या के सामने पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा. जवाब में केन्याई टीम श्रीलंकाई गेंदबाजी के आगे ढेर हो गई. चमिंडा वास, लसिथ मलिंगा और दिलशान ने 2-2 विकेट लेकर केन्या की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. केन्या की पूरी पारी महज 88 रनों पर सिमट गई और श्रीलंका ने 172 रनों से मुकाबला अपने नाम कर लिया.

भारत ने बांग्लादेश के जबड़े से छीनी जीत

टी-20 विश्व कप के इतिहास में 5 बार टीमों के बीच जीत-हार का अंतर मात्र 1 रन रहा. भारत ने दो बार 1 रनों से जीत हासिल कर विपक्षी टीमों के मंसूबो पर पानी फेर दिया. सबसे रोचक करीबी मुकाबला 23 मार्च, 2016 को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुआ, जब भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ हारे हुए मैच में जान फूंकते हुए 1 रनों से जीत पर कब्जा जमा लिया. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया अपने 20 ओवरों में सिर्फ 146 रन ही बना सकी. सुरेश रैना के 30 और विराट कोहली के 24 रनों की बदौलत भारत सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच सकी. बांग्लादेश ने जवाबी कार्रवाई में एक समय 6 विकेटों के नुकसान पर 145 रन बना लिए थे और उसे जीत के लिए 3 गेंदों में सिर्फ 2 रनों की दरकार थी. लेकिन, हार्दिक पंड्या ने करिश्माई गेंदबाजी करते हुए अगली दो गेंदों में 2 विकेट झटक लिए. आखिरी गेंद पर एमएस धोनी ने बल्लेबाज को रन आउट कर टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई.

5 मौकों पर मिली 1 रन से जीत

टी-20 विश्व कप में पांच बार टीमों ने 1 रन से मुकाबले जीते हैं. सबसे पहले 2009 में दक्षिण अफ्रीका ने न्यूजीलैंड को एक रन से मात दी थी. इसके अगले ही साल 2010 में न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को 1 रन से हराया. 2012 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1 रनों की यादगार जीत दर्ज की थी. आगे चलकर भारत ने एक बार फिर 2016 में बांग्लादेश को 1 रनों से हराया. हाल ही में 2022 के टी-20 विश्व कप में जिंबाब्वे ने पाकिस्तान को 1 रनों से पटखनी देकर इतिहास रचा दिया.

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Kishan Singh

खोज में हूं कि मैं कितना कम जानता हूं ।